ये अलमारी कुछ ऊँची नहीं है
मैं तो पहुँच ही नहीं पाती यहाँ तक
मैंने कहा, मैं तो पहुँचता हूँ ना
मैं निकाल लिया करूँगा
वो मुस्कुरा कर चली गई
दरअसल ये ऊंचाई एक ज़रिया है
जब हम में कभी अन बन हो
तो अलमारी से सामान उतारने के
बहाने बात शुरू करने का
बस ये हो कि वो इंतज़ार
करे डब्बे उतारने का
और मैं इंतज़ार करूँ
उसके पुकारने का ,
बस डर इस बात का है
वो सीढ़ियाँ लगाकर
उसे निकाल न ले ।
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